पायरिया दांतों के लिए एक खतरनाक रोग है। इससे मसूड़े कमजोर पड़ जाते हैं और दांतों की जड़ों में मवाद भर जाता है जिसके कारण दांतों की जड़ें धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं और दांत गिरने प्रारंभ हो जाते हैं। पायरिया दो शब्दों के जोड़ से बना है पायो$रिया। इसका अर्थ है मवाद का लगातार बहना।
क्यों होता है पायरिया
दांतों में पायरिया होने का प्रमुख कारण दांतों की ठीक से सफाई न करना। इसके अलावा अन्य कारण भी हैं जैसे अनियमित खान-पान, गर्म ठंडे पानी का सेवन करना, गर्म भोजन के बाद एकदम ठंडा पानी पीना। पानी में फ्लोराइड के कम होने या अधिक होने पर दांत भुरभुरे हो जाते हैं।
कब्ज भी दांतों के लिए हानिकारक होती है। भोजन में विटामिन सी, डी और कैल्शियम आदि की कमी का होना भी मुख्य कारण है। पान, सिगरेट, तंबाकू के अत्यधिक सेवन से भी दांतों पर टार्टर जम जाता है जो दांतों के एनेमल को कमजोर बना देता है।
कैसे करें बचाव
दांतों की नियमित सफाई सुबह और रात्रि में सोने से पहले करनी चाहिए।
रात्रि को दांत साफ करने के पश्चात कुछ भी न खाएं।
हर खाने के बाद अंगुली से दांत साफ कर कुल्ला अवश्य करें।
गलत तरीके से ब्रश न करें। हो सके तो अपने दंत चिकित्सक से ब्रश करने का सही तरीका सीखें ताकि मसूड़ां को हानि न होने पाए।
प्रातः या रात्रि में अच्छे दंतमंजन को अंगुली पर लगा कर दांतों पर मलें और मसूड़ों की भी मालिश करें ताकि दांत भी साफ हो जाएं और मसूड़े भी सुरक्षित रह सकें।
उपचार
परहेज़ के साथ-साथ पायरिया होने पर उसका उचित इलाज अवश्य करें। सबसे पहले तो दंत चिकित्सक से जांच करवा कर उचित दवा लें। दवा के साथ-साथ कुछ घरेलू चीज़ों का इस्तेमाल भी करें ताकि पायरिया अधिक दिनों तक आपके दांतों में न रह सके।
नीम की पत्तियां, काली मिर्च, काला नमक इनका सेवन प्रतिदिन करने से रक्त साफ होता है और पायरिया में आने वाला मवाद भी खत्म होता है।
लौंग और नमक को पीसकर चूर्ण बनाकर दांतों पर अंगुली से मलने से दांतों का हिलना रूक जाता है।
गुणकारी मंजन को घर पर बना कर उसका प्रयोग करने से मसूढ़े मजबूत होते हैं और पायरिया भी दूर होता है। इसके लिए फिटकरी को तवे पर फूलाकर चूर्ण बना लें। उसमें बराबर मात्रा में सेंधा नमक और थोड़ा सा खाने वाला सोडा मिला कर दांतों और मसूड़ों पर अंगुली से लगाकर कुल्ला कर लें। यदि इसे रात्रि के समय में करें तो अधिक लाभ होगा।