कोलकाता, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर बृहस्पतिवार को निशाना साधते हुए विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को “एक गंदा राजनीतिक खेल” करार दिया।
घुटने की चोट के चलते लगभग एक महीने से स्वास्थ्य लाभ ले रहीं ममता बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि (मध्यकालीन शासक) “मोहम्मद बिन तुगलक” की तरह, भाजपा कई गलत निर्णय लेकर देश के इतिहास को बदलने का प्रयास कर रही है जिनमें नोटबंदी और माल एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू करना शामिल हैं।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख बनर्जी ने स्कूली पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ नाम का इस्तेमाल करने के राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के प्रस्ताव को लेकर भी निशाना साधा।
कालीघाट मंदिर के पास अपने आवास पर जल्दबाजी में आहूत एक संवाददाता सम्मेलन में बनर्जी ने कहा, ‘‘भाजपा कहती है कि वह ‘सबका साथ सबका विकास’ चाहती है, लेकिन वास्तव में इसका मतलब ‘सबका साथ सबका सत्यनाश’ है।’’
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने राशन वितरण के करोड़ों रुपये के कथित घोटाले के संबंध में जारी जांच के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक एवं अन्य के परिसरों पर बृहस्पतिवार तड़के छापेमारी शुरू की। ईडी ने इसके साथ ही कथित परीक्षा पेपर लीक मामले में धनशोधन जांच के तहत जयपुर और सीकर में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के परिसरों पर भी छापेमारी की।
बनर्जी ने कहा, ‘‘क्या अत्याचार, क्या अनाचार चल रहा है?…लोकसभा चुनाव (2024) से पहले देशभर में विपक्षी नेताओं पर ईडी छापे के नाम पर भाजपा गंदा खेल खेल रही है। मैं पूछना चाहती हूं कि भाजपा के किसी नेता के आवास पर क्या ऐसी एक भी छापेमारी हुई है?’’
मुख्यमंत्री बनर्जी ने मल्लिक के कोलकाता स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान उन्हें कुछ भी होने पर भाजपा और ईडी के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करने की धमकी भी दी। उन्होंने कहा, ‘‘ज्योतिप्रिय मल्लिक अस्वस्थ हैं। यदि ईडी की छापेमारी के दौरान उन्हें कुछ हुआ तो मैं प्राथमिकी दर्ज कराऊंगी।’’