चेन्नई, डीसी कोठारी समूह की कंपनी कोठारी इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने कृषि कार्यों में ड्रोन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के लिए एक अलग ड्रोन इकाई स्थापित की है।
कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि इस अलग इकाई पर अगले कुछ वर्षों में 150 करोड़ रुपये से अधिक निवेश किए जाने की संभावना है।
शुरुआती दौर में ड्रोन इकाई खेतों में नैनो-यूरिया के सटीक ढंग से छिड़काव के लिए ड्रोन का बेड़ा तैनात करेगी। इसका परिचालन मुख्य रूप से तमिलना़डु के खेतों में किया जाएगा।
कोठारी इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक जिन्ना रफीक अहमद ने कहा, “हम अब एक ऐसे सफर पर निकले हैं जो नवाचार एवं पर्यावरण अनुकूल उपायों का मेल बिठाने के साथ कृषि क्षेत्र में नई जान फूंकने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।”
कंपनी की आगे चलकर स्वदेशी ड्रोन पेश करने की भी योजना है। इन्हें कंपनी के भीतर ही डिजाइन, विकसित और निर्मित किया जाएगा।
इसके अलावा खनन, शहरी मानचित्रण, बंदरगाहों और जलमार्गों जैसे अन्य क्षेत्रों में भी ड्रोन सेवा का विस्तार करने की योजना है।