वाशिंगटन, व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि इजराइल-हमास युद्ध के व्यापक स्तर पर तेज होने की स्थिति में अमेरिका के नागरिकों को पश्चिम एशिया से निकालने के लिए ‘विवेकपूर्ण आकस्मिक योजना’ पर काम किया जा है।
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिकी सरकार की इस महीने के शुरु में चालू की गई विशेष उड़ानों की योजना के अलावा उसके नागरिकों को बाहर निकालने के लिए वर्तमान में कोई अन्य योजना नहीं चल रही है।
किर्बी ने कहा, “यह अविवेकपूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना होगा अगर हमारे पास आकस्मिकता और संभावनाओं को लेकर योजनाएं नहीं होंगी और निश्चित रूप से लोगों को निकालना उनमें से एक है।”
व्हाइट हाउस ने 18 दिन से चल रहे इजराइल-हमास युद्ध के और तेज होने की चिंताओं के बीच आकस्मिक योजनाओं पर विचार किया है।
अमेरिका ने इजराइल को सलाह दी है कि गाजा पर संभावित व्यापक जमीनी हमले को स्थगित करना मददगार हो सकता है क्योंकि अमेरिका और क्षेत्र के अन्य साझेदार 200 से अधिक बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं। हमास ने सात अक्टूबर को हमले के बाद इन लोगों को बंधक बना लिया था। वहीं, आकस्मिक योजना की सूचना सबसे पहले ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने दी थी।
राष्ट्रपति जो बाइडन और सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने मंगलवार को युद्ध से बिगड़ रही स्थिति के बारे में फोन पर चर्चा की। इजराइल पर हमास के हमले से बाद यह दोनों नेताओं की पहली बातचीत थी।
व्हाइट के अनुसार, बाइडन और शहजादे बिन सलमान ने ‘इजराइल और हमास के बीच युद्ध बढ़ने से रोकने के विभिन्न प्रयासों’ को लेकर चर्चा की।
व्हाइट हाउस ने कहा, ‘दोनों नेता पूरे क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने एवं युद्ध को और बढ़ने से रोकने के लिए व्यापक राजनयिक प्रयासों पर काम करने को लेकर सहमत हुए।’
बाइडन प्रशासन के अधिकारियों ने बार-बार ईरान को युद्ध से दूर रहने को लेकर आगाह किया है।
पिछले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में अमेरिकी सेना पर बार-बार हमले हुए हैं जिनमे पेंटागन ने ईरान का हाथ होने की आशंका जताई है। पेंटागन के अनुसार, ईरान ही हमास और लेबनान में हिजबुल्ला आतंकवादी समूह के साथ-साथ इराक और यमन में आतंकवादी समूहों का मुख्य प्रायोजक है।