ओडेन्से (डेनमार्क) एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय ने चोटिल होने के कारण डेनमार्क ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया।
इस 31 साल के खिलाड़ी ने पीठ में दर्द के साथ खेलते हुए एशियाई खेलों के पुरुष एकल बैडमिंटन में भारत के लिए पदक के 41 साल के सूखे को खत्म किया था। वह अगले दो से तीन सप्ताह तक खेल से बाहर रहेंगे।
प्रणय ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ मैं इस महीने किसी टूर्नामेंट में भाग नहीं लूंगा। मैने एमआरआई करवाया है उसमें भी चोट की पुष्टि हुई है। ऐसे में मुझे दो-तीन सप्ताह तक खेल से दूर रहना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे विश्राम करने के बाद रिहैबिलिटेशन शुरू करना होगा।’’
उनकी अनुपस्थिति में, भारत का नेतृत्व लक्ष्य सेन करेंगे। लक्ष्य ने एशियाई खेलों में पुरुष टीम स्पर्धा में भारत को पहली बार रजत पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
विश्व रैंकिंग में 15वें स्थान पर काबिज लक्ष्य एशियाई खेलों में अजेय रहे थे। वह थाईलैंड के कांटाफोन वांगचारोएन के खिलाफ टूर्नामेंट का पहला मुकाबला खेलेंगे।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू भी पिछले सप्ताह आर्कटिक ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद अच्छे प्रदर्शन की तलाश में होंगी। उनका मुकाबला स्कॉटलैंड की किर्स्टी गिल्मोर से होगा।
पुरुषों में विश्व रैंकिंग में 20वें स्थान पर काबिज किदांबी श्रीकांत पेरिस ओलंपिक 2024 के कट में जगह बनाने के लिए कुछ अहम रैंकिंग अंक की तलाश में यहां अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ना चाहेंगे। वह अपने अभियान का आगाज चीन के वेंग यंग के खिलाफ करेंगे।
प्रियांशु राजावत (विश्व रैंकिंग 30) के सामने पहले दौर में रैंकिंग में 14वें स्थान पर काबिज ली जि जिया की मुश्किल चुनौती होगी। आर्कटिक ओपन का खिताब जीतने के बाद जिया के हौसले बुलंद है।
सात्विकसाइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की शीर्ष रैंकिंग की पुरूष जोड़ी मलेशिया के ओंग यू सिन और तेओ ई यी के खिलाफ पहले दौर में कोर्ट में उतरेगी।
एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला की जोड़ी भी इस प्रतियोगिता में भाग नहीं लेगी। अर्जुन हांगझोउ में चोटिल हो गये थे।
तृषा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला जोड़ी एशियाई खेलों के बाद कोर्ट पर वापसी करते हुए थाईलैंड की बेन्यापा ऐम्सार्ड और नुंटाकार्न ऐम्सार्ड की जोड़ी से भिड़ेगी।