जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज की अति व्यस्त जिंदगी में किशोरावस्था से युवावस्था की ओर अग्रसर होती आयु में प्राणी को सुंदर दिखने की चाह में इसके ठीक विपरीत मुंहासों का सामना करना पड़ता है। इनसे उपजी हीन भावना से इस आयु में कई अन्य प्रकार के रोगों का जन्म भी हो जाता है जिनमें से हैं अवसाद व डिप्रेशन।
हमेशा तनावग्रस्त रहने का सीधा प्रभाव शरीर की पाचन प्रक्रिया पर पड़ता है जिससे अन्य कई तरीके से स्वास्थ्य प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाता। ऐसे में हम-आप सभी चाहते होंगे कि आखिर मुंहासों से कैसे निजात पाई जाए। आइये हम आपका मार्ग निर्देशन करते हैं। हमें आशा है आप इनका नियमित रूप से पालन करेंगे तो अवश्य ही मुंहासों से कुछ हद तक छुटकारा पा सकेंगे।
सर्वप्रथम तो आप अपनी दिनचर्या नियमित बनाने की भरपूर कोशिश करें। सफाई का विशेष ध्यान रखें। दिन में कई बार साफ पानी से मुंह को धोकर तौलिये से दबा-दबाकर पोंछ ले।
भूलकर कभी भी मुंह पर उभरी फुंसियों को फोड़ें या दबाएं न। कुछ दिन बाद स्वतः ही ठीक होने का इन्तजार करें।
अधिक दिनों तक मुंहासे कम होते नजर न आएं तो आप होम्योपैथिक चिकित्सक से भी मशवरा अवश्य कर लें।
सौंदर्य क्षेत्रा में बढ़ते व्यवसायीकरण के नित-नव फार्मूलों में न उलझें। आजकल जो पांच दिन में ठीक हो जाएंगे का दावा पेश करती क्रीम बाजार में उपलब्ध हो रही हैं, उन्हें न ही इस्तेमाल करें तो अधिक अच्छा रहेगा क्योंकि ये क्रीम ठीक करने की अपेक्षा इंफेक्शन अधिक फैलाती हैं, या फिर आज तो दबा देंगी लेकिन क्रीम छोड़ दने पर पुनः मुंहासे उभर आऐंगे।
मुंहासों वाले चेहरे पर धनिया, पुदीना और थोड़ी सी तुलसी की पत्तियों को महीन पीस कर लेप लगाएं। जहां तक हो सके, कॉस्मेटिक्स व अत्यधिक बाजारी सौंदर्य प्रसाधनों से बचें। घरेलू उबटन, प्राकृतिक औषधियों से उपचार करिए तो अधिक हितकर परिणाम देखने को मिलेंगे।