विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने विंडहोक में नामीबिया के विदेश मंत्री नेतुम्बो नांदी-एनदेतवाह के साथ भारत-नामीबिया संयुक्त आयोग की पहली बैठक की सह-अध्यक्षता की। उद्घाटन समारोह में डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारतीयों के हृदय में नामीबिया का विशेष स्थान है। उन्होंने कहा कि भारत और नामीबिया के संबंध विकास मामलों में सहयोग, सामर्थ्य निर्माण संबंधी कार्यक्रमों और राजनीतिक एकजुटता पर आधारित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उच्चस्तरीय यात्राओं और निरंतर बातचीत की प्रक्रिया, भारत नामीबिया की साझेदारी को आने वाले समय में और बेहतर बनाने में मददगार होगी।
विदेश मंत्री ने विंडहोक में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत-नामीबिया उत्कृष्टता केन्द्र का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र शोध अनुसंधान, साइबर सुरक्षा और सुशासन में अहम योगदान देगा। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि नामीबिया के युवा भी अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता प्रदर्शित करने के लिए इस मंच का उपयोग करेंगे।