यूं बढ़ाइये मुख-सौंदर्य को

अपने रूप-सौंदर्य को निखारने की चाहत किसे नहीं होती? सौंदर्य की कई समस्यायें होती हैं जैसे-त्वचा, केश, चेहरा, माथा, नेत्रा, नाक, होंठ, दांत, चिबुक, गाल, कान, ग्रीवा, स्तन, हाथ-पैर, कमर व नाखून आदि की विभिन्न व्याधियां। यहां कुछ चुने हुए प्रयोग बताये जा रहे हैं जिनसे मुख-सौन्दर्य की वृद्धि होती है।


सांवली त्वचा

सूर्य की धूप से मुख की त्वचा सांवली हो जाया करती है। इसके लिए गाय के कच्चे दूध में थोड़ा-सी बर्फ व नमक डालकर मिश्रण बना लें तथा उसे रूई के फाहे से चेहरे के त्वचा पर लगाकर बीस मिनट रख छोड़ें। उसके बाद साफ पानी से धो लें। ऐसा दिन में 2-3 बार करने से त्वचा फिर से गोरी हो जाती है।


कोहनी के नीचे की त्वचा का कालापन दूर करने के लिये उस पर नींबू का रस निकाला हुआ छिलका लेकर कुछ देर तक रगड़ें या बेसन में खट्टी छाछ मिलाकर उसका पेस्ट बना लें अथवा नींबू का रस, ग्लिसरीन और गुलाबजल मिलाकर रोज स्नान से पूर्व स्याह त्वचा पर थोड़ी देर रगड़ें या दूध में हल्दी मिलाकर लेप-सा बनाकर लगायें। इससे त्वचा की श्यामलता दूर होकर त्वचा निखर जाती है।


बालों की सुन्दरता

झड़ते हुए बालों को अधिक पौष्टिक व ताकतवर बनाने के लिए बालों की नियमित सफाई करें। अधिक धूप, भीगी या सूखी हवा से उन्हें बचायें। बार-बार बालों को संवारे जाने से तथा अधिक देर तक कंघी किये जाने से भी बाल अधिक टूटते हैं। बालों की सफाई के लिए रसायनों से बने मॉडर्न शैम्पू का प्रयोग न करें। बालों में रोज मेंहदी, भांगरा या आंवले का तेल डालें तथा खाने के साथ गाजर, सेब, ककड़ी आदि का प्रयोग अधिक करें।
बालों को अधिक लंबा, घना व काला बनाना हो तो सफेद कलौंजी व जीरे को समान मात्रा में लेकर उसका चूर्ण बनाकर रख लें। रात को बालों में नारियल तेल के साथ मिलाकर लगाते रहने से बालों का झड़ना रूक जाता है। च्यवनप्राश या आंवले का चूर्ण रोज 5 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ लेना चाहिए। जवाकुसुम का तेल रोज लगाने से बाल अधिक बढ़ते हैं।
नीम व बबूल या बेर के पत्तों को एक साथ पीस लें। इस पेस्ट को बालों के मूल में लगाकर तीन घंटे तक छोड़ने के बाद धो लें। जासूंद के फूलों के रस को या उसके रस से बने तेल को बालों की जड़ में लगाने से बाल अधिक लंबे होते हैं। अगर शरीर की अंदरूनी गरमी की वजह से बाल अधिक गिरते हों व छोटे हों तो मेंहदी के पत्तों का रस या करेले के मूल को पानी में घिसकर बालों की जड़ों में लगाने से फायदा होता है।


काले धब्बे

चेहरे पर स्थित काले धब्बे या दागों को मिटाने के लिए नींबू के रस में सुहागा मिलाकर उन धब्बों पर नियमित रूप से लगाकर हल्के-हल्के मालिश करते रहना चाहिए। इससे चेहरे के ऊपर के सभी धब्बे आसानी से दूर हो जाते हैं।



बालों का अभाव

मूंछ, पलकों, दाढ़ी, या भौंहों पर बालों के न होने या कम होने से मुख की सुन्दरता में कमी आ जाती है। उन स्थानों पर जहां बालों का अभाव हो, वहां पर रोज अरंडी या तिल के तेल से मालिश करें। साथ ही कैल्शियम से भरपूर वस्तुओं को भी भोजन में शामिल करें। कैल्शियम की टेबलेट भी नित्य प्रति ली जा सकती है।


झाइयां

त्वचा पर झाइयां या त्वचा के रूखेपन की स्थिति में हल्दी पाउडर को दूध या मलाई के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें तथा उन स्थानों पर लगाकर मलें या फिर नींबू में ग्लिसरीन मिलाकर उन स्थानों पर धीरे-धीरे रगड़ते रहने से झुर्रियां व मुंहासे मिट जाते हैं।


ओष्ठ सौंदर्य

हांठों को कोमल बनाये रखने के लिए नींबू के छिलके होंठां पर रोज मलें। अगर होंठ सूखे व दरारयुक्त हों तो उस पर रोज घी या मक्खन लगायें। दिन में एक बार कुमकुमादि तेल होंठों पर मलते रहने से होंठों का सौंदर्य निखर उठता है। मक्खन तथा केसर को मिला कर उस पेस्ट से होंठों पर धीरे-धीरे मालिश करते रहने से हांठ अधिक लाल या गुलाबी बनते हैं। टमाटर, गाजर, सेब, संतरा, अंगूर का अधिकाधिक प्रयोग लाभकारी होता है।


आंखों के काले धब्बे

आंखों से अधिक काम लेने या अत्यधिक सेक्स, चिंता आदि के कारणों से आंखों पर काले धब्बे (वर्तुल) हो जाया करते हैं। आलू का रस या खीरे के रस को काली त्वचा पर रोज हल्के हाथों से मलने या दूध में हल्दी का चूर्ण मिलाकर लेप करने से वे धब्बे मिट जाते हैं।


सफेद दाग व मस्से

सेम की पत्ती का रस या स्याह जीरा (काला जीरा) के चूर्ण को पानी के साथ पीसकर सफेद दाग वाले स्थान पर लगाने से सफेद दाग हट जाते हैं तथा त्वचा सामान्य हो जाती है।
चेहरे पर मस्से हो जाने पर चूना व साबुन का पानी मिलाकर सिर्फ मस्से के जड़ के चारों ओर लगायें। चूना एवं कपड़ा धोने वाले सोडा को पानी के साथ मिलाकर मस्से के चारों ओर लगाकर छोड़ दें। तीन दिनों में ही वह कटकर गिर जाएगा। अगर न गिरे तो एक बार और लगा दें। पान के डंठल के रस में थोड़ा-सा चूना मिलाकर उसे सिर्फ मस्से पर ही लगायें।


काले दाने (ब्लेकहैड)

सबसे पहले चेहरे पर 10 से 15 मिनट तक वाष्प (स्टीम) ले लें। उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह पोंछ लें। बाद में मुलतानी मिट्टी में गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बनाकर काले दानों पर लगायें। 10-15 मिनट बाद उसे नेपकिन से जोर से खींचकर दाने निकाल लें। रात को सोते समय रोज 5 ग्राम त्रिफला का चूर्ण सुसुम पानी के साथ अवश्य लेते रहें।