बीजिंग, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए चीन के बाजार तक अधिक पहुंच और अन्य विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के लिए 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के नए वित्तपोषण का वादा किया है। उन्होंने बुधवार को बीआरआई बुनियादी ढांचा नीति पर अपने हस्ताक्षर के साथ एक मंच की शुरुआत की।
‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ (बीआरआई) के तहत दुनियाभर में बिजली संयंत्र, सड़कें, रेलमार्ग और बंदरगाह बनाए गए हैं तथा अफ्रीका, एशिया, लातिनी अमेरिका और पश्चिम एशिया के साथ चीन के संबंध गहरे हुए हैं। लेकिन परियोजनाओं को वित्तपोषित करने वाले भारी ऋण ने गरीब देशों पर बड़ा कर्ज का बोझ डाल दिया है, जिससे कुछ मामलों में चीन ने उन संपत्तियों पर नियंत्रण कर लिया है।
मंच के उद्घाटन समारोह में चिनफिंग ने चीन समर्थित दो विकास बैंकों- चाइना डेवलपमेंट बैंक और एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना का वादा किया।
उन्होंने कहा, “हम विनिर्माण क्षेत्र में विदेशी निवेश की पहुंच पर लगे प्रतिबंधों को व्यापक रूप से हटाएंगे।”
चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन “सीमा पार व्यापार और सेवाओं में निवेश तथा डिजिटल उत्पादों के लिए बाजार पहुंच का विस्तार” करेगा और सरकार के स्वामित्व वाले उद्यमों एवं डिजिटल अर्थव्यवस्था, बौद्धिक संपदा अधिकार तथा सरकारी खरीद जैसे क्षेत्रों में सुधार भी करेगा।
इस कार्यक्रम में 130 से अधिक विकासशील देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जिनमें कम से कम 20 राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष शामिल हैं। यूक्रेन युद्ध के कारण मॉस्को को अलग-थलग किए जाने के प्रयासों के बीच चीन के आर्थिक और कूटनीतिक समर्थन का संकेत देते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसमें भाग ले रहे हैं।
इस आलोचना का खंडन करते हुए कि चीन की बड़ी परियोजनाएं छोटे देशों के लिए ऋण जाल बन गई हैं, चिनफिंग ने अपनी प्रमुख परियोजना बीआरआई पर हस्ताक्षर करने वाले देशों का आभार जताया और कहा कि बीजिंग द्वारा बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए दिया गया कर्ज न तो “अप्रत्याशित” है और न ही कोई “भिक्षा-दान’’।