अहमदाबाद, पाकिस्तान के खिलाफ आईसीसी विश्व कप मैच में 19 रन देकर दो विकेट लेकर भारत की जीत की पटकथा लिखने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा कि उन्होंने आयु वर्ग की प्रतियोगिता के दिनों में इस मैदान पर काफी क्रिकेट खेला है जिससे इस पिच को समझने में आसानी हुई।
मैन ऑफ द मैच बुमराह की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने बल्लेबाजी के लिए आसान पिच पर पाकिस्तान की पारी को 191 रन पर समेट दी। कप्तान रोहित शर्मा की 86 रन की विस्फोटक पारी के दम पर भारत ने 117 गेंद शेष रहते तीन विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की वेबसाइट पर जारी वीडियो में बुमराह ने उप कप्तान हार्दिक पंड्या से कहा, ‘‘ मैंने इस मैदान पर काफी जूनियर क्रिकेट खेला है। यह एक सपाट विकेट था, इसलिए मैंने अपने उस अनुभव का यहां इस्तेमाल किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चार चौके खाने की जगह पहले चौके के बाद ही विकेट के बारे में जानना जरूरी है। मैं यही कोशिश कर रहा था।’’
इस बातचीत के दौरान भारत के अन्य तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने याद दिलाया कि बुमराह ने दिल्ली में अफगानिस्तान के खिलाफ भी घातक गेंदबाजी की थी। बुमराह ने अपनी सफलता का श्रेय इन स्थलों पर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैचों को दिया।
बुमराह ने कहा, ‘‘ वहां (दिल्ली) मैंने अपने आईपीएल अनुभव का इस्तेमाल करने की कोशिश की थी। आईपीएल में हम सपाट पिचों पर काफी गेंदबाजी करते हैं।’’
पंड्या ने गेंदबाजी करते समय अपने सोचने के तरीके में बदलाव का श्रेय बुमराह को देते हुए कहा, ‘‘ अगर उन्हें एक फ्लिक पर चौका लग जाता है, तो वह तुरंत धीमी गति से गेंद फेंकते हैं। वह एक महान गेंदबाज हैं।’’
सिराज ने इस बीच स्वीकार किया कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान वह घबराए हुए थे और दबाव में थे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत में पाकिस्तान के खिलाफ मेरा पहला मैच था। विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच था। इसलिए मैं थोड़े दबाव के साथ-साथ बहुत घबराया हुआ था।’’
सिराज ने बताया कि कैसे उन्होंने पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक को आउट करने की योजना बनायी।
सिराज ने कहा, ‘‘ मैंने अब्दुल्ला शफीक के विकेट के बारे में रोहित से बात की। जबकि मेरा पहला बाउंसर अच्छा काम नहीं कर पाया, मैंने उसे दूसरे बाउंसर के बारे में अनुमान लगाने में आश्चर्यचकित किया और उसे पगबाधा करने के लिए गेंद को आगे टप्पा खिलाया।’’
हरफनमौला रविंद्र जडेजा ने पूरी भारतीय गेंदबाजी इकाई की सराहना की। भारत ने पाकिस्तान के आखिरी आठ विकेट महज 36 रन देकर झटके।
इस खब्बू हरफनमौला ने कहा, ‘‘ दो विकेट पर 155 के स्कोर के बाद उन्हें 191 रन पर आउट करना वास्तव में शानदार रहा। एक गेंदबाजी इकाई के रूप में यह एक शानदार वापसी है। हर गेंदबाज ने शानदार योगदान दिया।’’
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस मौके पर कहा कि वह पिछले दो साल से इस तरह की बल्लेबाजी करने की कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह से मैच जीतने का एहसास अच्छा है। मैं पिछले दो साल से इसी तरह बल्लेबाजी करने की कोशिश कर रहा हूं क्योंकि विकेट बहुत अच्छे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने शॉट्स खेलना चाहता हूं। मैं जानता हूं कि मैं शतक से चूक गया।’’
रोहित ने तेज गेंदबाज हारिस रउफ के खिलाफ 90 मीटर लंबा छक्का जड़ने के बाद अंपायर मराइस इरास्मस को डोले दिखाने के बारे में भी बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘ वह (इरास्मस) मुझसे पूछ रहे थे कि मैं इतने लंबे छक्के कैसे मार सकता हूं। क्या मेरे बल्ले में कुछ है? मैंने कहा कि यह मेरी ताकत के बारे में है।’’