नयी दिल्ली, कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), भारतीय जनता पार्टी तथा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पर तेलंगाना विधानसभा चुनाव में एक दूसरे की मदद करने के लिए ‘गिरोह’ की तरह काम करने का आरोप लगाया और दावा किया कि वह दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाकर के. चंद्रशेखर राव के करीब 10 साल के शासन का पटाक्षेप करने जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, सांसद उत्तर कुमार रेड्डी और कुछ अन्य नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि चुनाव से पहले सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के खातों में पैसे भेजे जाने चाहिए।
कांग्रेस ने बीआरएस के खिलाफ कुछ बिंदुओं को लेकर बुधवार को निर्वाचन आयोग के समक्ष ज्ञापन भी दिया था।
रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया, ‘‘तेलंगाना चुनाव में भाजपा और बीआरएस, कांग्रेस को हराने के लिए सरकारी संस्थाओं का गलत उपयोग कर रही हैं। कुछ अफसर कई साल से एक ही जगह पर हैं। वे बीआरएस को चुनाव के वास्ते धन देने के लिए काम कर रहे हैं। सेवानिवृत्त अफसरों को नियमित पोस्टिंग देकर, विपक्षी पार्टी को परेशान करने के लिए ‘प्राइवेट आर्मी’ की तरह काम कराया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कई मीडिया संस्थान कांग्रेस के बारे में गलत खबरें छाप रहे हैं जिसके बारे में हमने चुनाव आयोग से शिकायत की और तुरंत कार्यवाही की मांग की है।’’
रेड्डी ने यह दावा भी किया कि कांग्रेस तीन दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि विधानसभा चुनाव में एक दूसरे की मदद करने के लिए बीआरएस, भाजपा और एआईएमआईएम ‘गिरोह’ की तरह काम कर रहे हैं।
उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा, ‘‘हमारी मांग है कि अधिसूचना जारी होने से पहले पहले सरकारी योजनाओं के पैसे किसानों, दलितों, आवास लाभार्थियों, मुसलमानों और अन्य लाभार्थियों को हस्तांतरित कर दिए जाएं।’’
उन्होंने कहा कि जनता के पैसे से बने मुख्यमंत्री आवास और विधायक कैंप कार्यालय जैसे आधिकारिक स्थानों का उपयोग बीआरएस की राजनीतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
तेलंगाना की सभी 119 विधानसभा सीटों के लिए 30 नवंबर को मतदान होना है। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।