नई दिल्ली: दिग्गज कारोबारी अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता ने दशहरे के मौके पर मैनेजमेंट पर बड़ा बदलाव किया है। अजय गोयल की एक बार फिर कंपनी में चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) के पद पर वापसी हो रही है। गोयल करीब छह महीने पहले ही एडटेक फर्म Byju’s में चले गए थे। लेकिन अब उन्होंने बायजू से इस्तीफा दे दिया है और वेदांता में वापसी कर रहे हैं। कंपनी ने मंगलवार को एक्सचेंजेज को बताया कि उसकी सीएफओ सोनल श्रीवास्तव ने व्यक्तिगत कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पिछले दो साल में वेदांता के तीन सीएफओ रिजाइन दे चुके हैं। गोयल इससे पहले अक्टूबर 2021 से अप्रैल 2023 तक कंपनी के सीएफओ रहे थे। वह 30 अक्टूबर को फिर से कंपनी में यह पद संभालेंगे।
वेदांता के प्रमुख अनिल अग्रवाल ने हाल में बड़े पैमाने पर डीमर्जर की घोषणा की थी। इसके मुताबिक वेदांता ने अपने कारोबार को छह अलग-अलग यूनिट्स में बांटा जाएगा। इसका मकसद कंपनी के फाइनेंशियल परफॉरमेंस में सुधार करना है। वेदांता के बोर्ड ने सितंबर में एल्यूमीनियम, ऑयल एंड गैस, पावर, स्टील और फैरस मटीरियल्स तथा बेस मेटल्स को अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में बांटने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इस प्रक्रिया के फाइनेंशियल ईयर 2025 में पूरी होने की उम्मीद है।
शेयरों में आ सकती है तेजी
गोयल की वेदांता में वापसी से कंपनी के शेयरों में बुधवार को तेजी देखने को मिल सकती है। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को वेदांता लिमिटेड का शेयर बीएसई पर 3.44 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी। कंपनी का शेयर पिछले सत्र में 7.65 रुपये टूटकर 215.05 रुपये पर बंद हुआ था। आज दशहरे के अवसर पर बाजार बंद है। इस शेयर का 52 हफ्ते का टॉप 340.75 रुपये है। यह 20 जनवरी को इस स्तर पर पहुंचा था। इसका 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर 207.85 रुपये है। 28 सितंबर को यह इस कीमत पर फिसला था।
वेदांता कर्ज के बोझ में दबी है। यूके में इसकी पेरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज मुश्किलों का सामना कर रही है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भी कंपनी की रेटिंग बी- से घटाकर सीसीसी कर दी है। साथ ही उसने कंपनी को क्रेडिट वॉच में रखा है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भी कंपनी की रेटिंग में कमी की है। वेदांता रिसोर्सेज को 2024 में दो अरब डॉलर और 2025 में 1.2 अरब डॉलर का बॉन्ड रिपेमेंट करना है।