नयी दिल्ली, सिक्किम में दो उच्च जोखिम वाली हिमनद झीलों पर स्थापित दो सौर ऊर्जा संचालित दोहरे-कैमरे और स्वचालित मौसम केंद्रों में से एक ने सितंबर में स्थापना के तीन दिन बाद सिग्नल प्रसारित करना बंद कर दिया था।
केंद्रों को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के नेतृत्व वाले दो बहु-एजेंसी दलों द्वारा 16 सितंबर को स्थापित किया गया था जबकि तीन अक्टूबर को अत्यधिक बारिश और बादल फटने के कारण उत्तरी सिक्किम में अचानक बाढ़ आ गई थी।
एनडीएमए ने एक बयान में कहा कि केंद्रों से तस्वीरों का एक सेट और 250 से अधिक मौसम अवलोकन प्रतिदिन प्राप्त होते थे। हालांकि, 19 सितंबर के बाद दक्षिण ल्होनक में उपकरण से जानकारी मिलना बंद हो गया था।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की एक टुकड़ी ने 28 सितंबर को उपकरण को भौतिक रूप से स्थिर पाया था लेकिन इसे दुरुस्त नहीं किया जा सका।