लखनऊ, मोरक्को के खिलाड़ी अपने देश में भूकंप के कारण लगभग 3000 लोगों की मौत से आहत है लेकिन भारत के खिलाफ डेविस कप मैच से पहले उसके कप्तान मेहदी ताहिरी ने कहा कि उनकी टीम यहां अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मोरक्को में शुक्रवार को 6.8 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचायी जिसमें 2901 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है जबकि 5000 से अधिक लोग घायल हैं।
मोरक्को की डेविस कप टीम ने उसी दिन विश्व ग्रुप चरण दो के मुकाबले के लिए भारत की उड़ान भरी थी।
मुकाबले के ड्रॉ की पूर्व संध्या पर जब कप्तान ताहिरी मीडिया से मुखातिब हुए तो नम आंखों और धीमी आवाज के साथ उन्होंने अपनी बेबसी जाहिर की।
ताहिरी ने कहा, ‘‘ हमारा ध्यान और हमारी आत्मा मोरक्को के लोगों के साथ हैं। इस कठिन परिस्थिति में हमारे लिए दूर रहना बहुत मुश्किल है। बहुत से लोगों ने अपने परिवारों को खो दिया है। हम लोगों की मदद करना चाहते थे, लेकिन दुर्भाग्य से, हम यहां हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमें इसे गंभीरता से लेना होगा। हम वहां से काफी दूर हैं, हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते। हमारी प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।’’
मोरक्को के खिलाफ भारतीय टीम जीत की दावेदार होगी। भारतीय टीम में एकल वर्ग के बेहतर खिलाड़ी है। ताहिरी ने कहा कि वे घरेलू टीम की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं।
विश्व रैंकिंग में 156वें स्थान के साथ सुमित नागल इस दो दिवसीय मुकाबले में सर्वोच्च रैंकिंग वाले एकल खिलाड़ी होंगे। मोरक्को के पास दुनिया में 465वें स्थान पर रहने वाले सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी इलियट बेनचेटिर्ट हैं।
बेनचेटिर्ट को शीर्ष स्तर पर खेलने का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर में तीन ग्रैंड स्लैम स्पर्धाएं खेली हैं।
टीम के अगले सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी यासिन डिलीमी है, जो रैंकिंग में 557वें स्थान पर है। एडम माउंडिर 779वें स्थान पर है जबकि टीम के दो अन्य खिलाड़ी वालिद अहौदा और यूनुस लालामी लारौसी शीर्ष 1000 में भी शामिल नहीं हैं।
ताहिरी ने कहा, ‘‘ डेविस कप रैंकिंग के आधार पर नहीं खेला जाता है। हम यहां प्रतिस्पर्धा करने के लिए आए हैं। हम भले ही कागजों पर कमजोर हों, लेकिन मैच रैंकिंग के आधार पर नहीं, बल्कि कोर्ट पर जीते जाते हैं। हम कड़ा संघर्ष करेंगे।’’
भारत के कप्तान रोहित राजपाल ने कहा कि वह मोरक्को को हल्के में नहीं लेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ हां, हम एक मजबूत टीम है, लेकिन अत्यधिक उमस वाली परिस्थितियां यहां एक बड़ी चुनौती हैं। यहां खड़े होने पर भी हम पसीने से तर-बतर हो जा रहे है। इसलिए हमने मैचों का समय बदल दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम विषम परिस्थितियों में कड़ा प्रशिक्षण सत्र नहीं कर रहे हैं, हमें मैचों के लिए ऊर्जा बचानी होगी।’’