पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज दिल्ली में राजस्थान के लोकसभा व राज्यसभा सांसदों की बैठक ली। इस बैठक में सांसदों के अलावा राजस्थान से जुड़े अन्य नेता भी मौजूद रहे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, राजस्थान प्रभारी अरूण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर, प्रदेश सह चुनाव प्रभारी कुलदीप विश्नोई सहित राजस्थान से जुड़े अन्य नेता भी बैठक में मौजूद रहे।
बैठक में पीएम मोदी ने सांसदों सहित अन्य नेताओं से राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव व संगठन को लेकर फीडबैक लिया। वहीं सूत्रों के अनुसार बैठक में पीएम मोदी ने प्रदेश के नेताओं को यह नसीहत भी दी है कि वह अति आत्मविश्वास में ना रहे। बल्कि जमीन से जुड़कर चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं।
बैठक में पीएम मोदी प्रदेश की राजनीति, कांग्रेस सरकार की योजनाओं, सरकार के खिलाफ आगामी प्रदर्शनों सहित अन्य मद्दों लेकर भी चर्चा की।
बीजेपी की राह आसान बनाने की कवायद पीएम मोदी राजस्थान की सभाओं से यह साफ कर चुके है कि विधानसभा चुनाव उन्हीं के चेहरे पर लड़ा जाएगा। लेकिन उसके बाद भी प्रदेश भाजपा की गुटबाजी केन्द्रीय नेतृत्व के लिए सिरदर्द बनी हुई हैं। खासतौर पर चुनावों में वसुंधरा राजे के रोल को लेकर बीजेपी मुख्यालय से लेकर कार्यकर्ताओं में चर्चा आम हैं।
वहीं 1 अगस्त को जयपुर में बीजेपी के सचिवालय घेराव कार्यक्रम से पूर्व सीएम राजे की दूरी और दो दिन पहले उनके गुट के नेता देवी सिंह भाटी का बयान यह बताने के लिए काफी है कि प्रदेश भाजपा में गुटबाजी किस कदर हावी है। देवी सिंह भाटी फिलहाल बीजेपी से निष्काषित हैं। ऐसे में वो खुलकर वसुंधरा राजे के पक्ष में बोल रहे है।
वहीं प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल सहित अन्य प्रदेश के नेताओ का राजस्थान की राजनीति में अपना अहम रोल हैं।
विधायकों से फीडबैक का बन रहा कार्यक्रम सांसदों से फीडबैक कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी प्रदेश के बीजेपी विधायकों के साथ भी फीडबैक बैठक कर सकते हैं। बीजेपी सूत्रों की माने तो इसे लेकर भी कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। अगस्त के अंतिम सप्ताह में यह फीडबैक कार्यक्रम आयोजित हो सकता हैं। विधायकों के साथ फीडबैक बैठक व अन्य संगठन से जुड़े मुद्दो को लेकर नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ पिछले दो दिनों से दिल्ली में ही मौजूद है। इस दौरान राठौड़ कई नेताओ से मुलाकात भी कर रहे हैं।